पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के शनिवारवाड़ा में नमाज को लेकर बढ़े विवाद पर एआईएमआईएम के राज्य अध्यक्ष और सांसद इम्तियाज जलील ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरा विवाद जानबूझकर ध्यान भटकाने के लिए खड़ा किया गया है। जलील ने कहा कि पुणे के एक बड़े भाजपा नेता पर 300 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला चल रहा है, और इसी मुद्दे से जनता का ध्यान हटाने के लिए नमाज विवाद को हवा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि शनिवारवाड़ा की दरगाह बहुत पुरानी है और इलाके के 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग भी इसकी ऐतिहासिक मौजूदगी की पुष्टि करते हैं। जलील ने यह भी कहा कि समाज को उन महिलाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने केवल दो मिनट की नमाज अदा की। उन्होंने सवाल उठाया कि “अगर बुर्का पहनी महिलाओं ने दो मिनट नमाज पढ़ ली, तो इसमें गुनाह क्या है?” साथ ही, उन्होंने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उसने दबाव में आकर इन महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
इम्तियाज जलील ने आगे कहा कि शनिवारवाड़ा का इतिहास पेशवाओं और छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज ने कभी भी मुसलमानों के प्रति भेदभाव नहीं किया, तो अब कुछ लोग उनके नाम का इस्तेमाल कर समाज में नफरत क्यों फैला रहे हैं? उन्होंने इसे एक राजनीतिक चाल बताते हुए कहा कि शनिवारवाड़ा की दरगाह कई सालों से है, और अचानक इस तरह का विवाद खड़ा करना पूरी तरह गलत है।
जलील ने कहा कि एआईएमआईएम इस मामले में सच्चाई जनता के सामने लाएगी। उन्होंने पुलिस से भी मांग की कि महिलाओं पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए और असली मुद्दों—जैसे भ्रष्टाचार और जनता की समस्याओं—पर ध्यान दिया जाए, न कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने पर।